Date : 2019-10-30     ||      Author : Priyanka Pandey
DAHEJ PRATHA KO SAMAPAT KARNE KE TARIKE
दहेज प्रथा को समाप्त करने के तरीके
दहेज प्रथा एक ऐसी समस्या हैं जो समाज में इंसान के पढ़े लिखें होने या नौकरीपेशा होने से नहीं जायगी बल्कि दहेज न लेने की समझ और ज्ञान को वह अपने जीवन में आत्मसात करें! हम अपने आस-पास बहुत से ऐसे लोगो को देखते हैं जो पढ़े-लिखे होने के बावजूद भी दहेज लेते हैं और देते हैं, कई बार तो लोग दहेज लेने या यह भी कारण देते हैं कि जब हमें अपनी बहन-बेटी के लिए देना हैं तो हम क्यों नहीं ले सकते! यह गलत मानसिकता सबसे बड़ी समस्या हैं! इन सबको बदलने की जरूरत हैं और बदलाव तब आएगा जब लड़के खुद अपनी शादी में दहेज लेने से मना करेंगे और लड़किया इतनी समझदार होंगी कि लड़का चाहे कितना भी खानदानी ही क्यों न हो जितना भी चाहे क्यों न कमाता हो , अगर वह दहेज लेने के लिए कहता हैं तो उस रिश्ते को मना करने में ही समझदारी हैं! और सबसे बड़ी बात औरों को ज्ञान देने से पहले हम खुद पर अमल जरूर करना चाहिए, तभी देश सुधरेंगा!
दहेज प्रथा को रोकने के लिए हमें कुछ विषयों पर विशेष ध्यान देना बहुत जरूरी हैं –
1) नारी शिक्षा को महत्व देना चाहिए!जब लड़कियाँ पढ़ी-लिखी होंगी तो उन्हें किसी और पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं हैं और अगर शादी के बाद दहेज जैसी कोई बात होती भी हैं तो लडकियां इतनी सक्षम तो होगी की अपने छोड़कर अपने दम पर अपनी जिंदगी को जी सकेंगी! इसलिए, आज के समय में पढ़ा-लिखा होना बहुत ही आवश्यक हैं!
2) हमे समाज में दहेज लेने से पहले दहेज देने की प्रथा को रोकना होगा! जब समाज में कोई दहेज देने को तैयार ही नहीं होगा, तो लोग दहेज ले ही नहीं पाएंगे! वो कहते हैं ना, जुल्म करने से बड़ा जुर्म जुल्म सहने में हैं!
3) हम सभी को मिलकर समाज की सोच बदलनी होगी! लड़कीवाले, लड़केवाले, ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योकि इससे लड़की वालों का पक्ष कमजोर पड़ जाता हैं! लड़की को शादी करके घर लाकर लड़के वाले लड़की वालो पर कोई एहसान नहीं करते, यह बात हर समाज को समझने की जरूरत हैं! ऐसा सब करने से लड़की वालो पर बहुत बोझ आता हैं, जिसे सिर्फ वही समझ सकते हैं!
4) कानून का पालन करना भी बहुत जरूरी हैं! अधिकतर लोग यह सोचते हैं कि कौन कचहरी के बार-बार चक्कर लगेगा, ऐसे मामलो की रिपोर्ट ही दर्ज नहीं कराते! अगर कानून का सही तरीके से पालन किया जाए तो दहेज प्रथा को काफी हद तक कम किया जा सकता हैं! जब कानून हमारे हित के लिए बना है तो हमे उसे नज़रअंदाज न करके उसका सही तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए!
निष्कर्ष
मुस्कान एक ऐसी एनजीओ हैं जिसके द्वारा दहेज से पीड़ित लोगो की मदद की जाती हैं! इस एनजीओ के द्वारा नारी शिक्षा को महत्व दिया जाता हैं ताकि वह किसी और पर निर्भर न रहे! यह एनजीओ दहेज लेने वालो और दहेज देने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही करती हैं, ताकि दहेज की प्रथा को कम किया जा सके!